सचिव की कलम से...
स्वामी सहजानंद माहाविद्यालय, चास की स्थापना का लक्ष्य बोकारो जिले के चास- चन्दनकियारी के ग्रामीण अंचलों में निवास करने वाले गरीब हरिजन आदिवासी, समाज के कमजोर एवं पिछड़े वर्गों तथा विशेष कर चास-बोकारो के विस्थापित क्षेत्रों में उच्च शिक्षा का अलख जागृत करना था। अपने इन्हीं महान लक्ष्यों को लेकर यह महाविद्यालय आज विपिन-वीथियों से गुजरता हुआ छात्रों के बहु-विध विकास एवं उनके भविष्य की सारी संभावनाओं सहित दृढ़ता के साथ अपनी सेवायें प्रदान करता आ रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 32 पर 1984 में स्थापित यह महाविद्यालय UGC द्वारा 2(F) एवं 12 (B) से पंजीकृत, NAAC द्वारा ग्रेड B मान्यता प्राप्त एवं सरकार से अनुदानित होने के साथ बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय द्वारा स्थाई सम्बद्धता प्राप्त है।
मेरा निरंतर प्रयास रहा है कि मैं महाविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को सुदृढ़ एवं अनुशासनबद्ध परिवेश के साथ छात्रों के ज्ञान-वर्धन और उनके व्यक्तित्व के समग्र विकास का संवाहक बन सकूँ। महाविद्यालय में डिजिटल पुस्तकालय, महिला छात्रावास, कॉमन रूम, चर्चा-परिचर्चा, कार्यशाला एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने हेतु सुव्यवस्थित सेमिनार हॉल की समुचित व्यवस्था है। "खेलेगा इण्डिया - पढ़ेगा इण्डिया - बढ़ेगा इण्डिया" के तहत इण्डोर और आउटडोर खेल की व्यवस्था व आयोजन के साथ महाविद्यालय के कर्मियों को कर्तव्यपरायणता के प्रति सजग रखने हेतु बॉयोमीट्रिक एवं पूरी कैम्पस की गतिविधियों पर दृष्टि रखने के लिए सी. सी. टी.वी. कैमरा से सुसज्जित किया गया है।
मैं डॉ. विजय प्रकाश, सचिव की सामर्थ्य से महाविद्यालय के प्रति अपनी दायित्व का बखूबी निर्वहन करते हुए शैक्षणिक भावनाओं को राष्ट्र के प्रति समर्पित करता हूँ तथा आशान्वित हूँ कि महाविद्यालय परिवार भी मेरे साथ शिक्षा के प्रज्जवलित मशाल को हमेशा दैदीप्यमान करने में सहायक बनेंगे।
- डॉ. विजय प्रकाश
सचिव